कहानी का नौवां भाग : sexy chudai ki dastan
जतिन भी समझ गए कि दीदी चरम पर पहुँच कर झड़ गयी थी। पर दीदी को कुछ ऐसा जोश चढ़ा था कि झड़ने के बावजूद दीदी अपने चूतड़ उछाल-उछाल कर जतिन के धक्कों का माकूल जवाब दे रही थी, और अपनी उत्तेजना दिखा रही थी।
जतिन ने दीदी की चूत में थोड़ा हिस्सा बाहर छोड़ कर लगभग अपना पूरा लंड घुसा दिया था।(chudai ki sexy dastan)
शायद उनका लंड दीदी की बच्चे-दानी को ठोकर मारते हुए वह महसूस कर रहे थे। जतिन की चोदने की क्षमता देख कर मैं हैरान थी। जतिन ने मुझे करीब 15 मिनट तक बगैर रुके सख्ती से चोदा होगा। उसके बाद दीदी को भी अब करीब पंद्रह से बीस मिनट से वह चोद रहे थे और बिना झड़े, बिना रुके चोदते ही जा रहे थे। दीदी भी जतिन के अलग-अलग एंगल से धक्के मारने से बहुत ज्यादा उत्तेजित हो रही थी।
दीदी की चूत में जतिन का लंड अंदर जाते हुए चूत के किनारे पर लंड की पूरी गोलाई में चिकना द्रव्य उभर कर आता था, जो लंड के चूत में से निकलते ही लंड के ऊपर वापस चिपक जाता था। जैसे-जैसे जतिन ने चोदने की फुर्ती बढ़ाई, वैसे दीदी का हिलना और दीदी के साथ उनके स्तनों का फ़ैल-फ़ैल कर उछलना कमाल का था।(chudai ki sexy dastan)
दीदी भी उछल-उछल कर तगड़ा जवाब दे रही थी। जतिन का लंड जिस तरह अंदर बाहर हो रहा था, वह देखते ही बनता था। दीदी की जतिन बड़ी तगड़ी रगड़ाई कर रहे थे, और दीदी के चेहरे के भावभंगिमा से ऐसा भी लग रहा था कि जतिन की चुदाई से उनकी चूत में भी काफी दर्द हो रहा था। पर फिर भी वह दुखी कम और सुखी ज्यादा लग रही थी।
मैंने जतिन की नज़रों से नजर मिलाई। जतिन ने मेरी नज़रों से भांप लिया कि मैं जतिन से दुबारा चुदवाने के लिए बेबस हो रही थी। जतिन भी मुझे चोदने के लिए अधीर हो रहे थे। पहली चुदाई में जब जतिन मुझे चोद रहे थे, तब वह मुझे छोड़ना नहीं चाहते थे। मुझे जतिन से चुदवाते हुए उसकी सांसे, उसकी खुशबु, उसके बदन के पसीने की महक इतनी ज्यादा मादक लग रही थी, और मैं मन ही मन इस तरह अपनापन महसूस कर रही थी, कि मैं चाह रही थी कि काश मैं जतिन से हर रोज चुदवा पाती।(chudai ki sexy dastan)
जतिन ने मुझे तब तक ऊपर चढ़ कर ही चोदा था। मैं जतिन से अलग-अलग पोज़िशन में चुदना चाहती थी। मुझे पहले ही मिलन में जतिन के लंड का नशा चढ़ चुका था। पर दीदी जतिन से चुदवाने के लिए बेताब हो रही थी, और मैंने भी जतिन पर जोर डाला कि वह दीदी को चोदे। जतिन ने मेरी बात मान कर दीदी को चोदा।
करीब आधे घंटे तक जतिन ने दीदी की इतनी रगड़ाई की, कि दीदी पसीना-पसीना हो गयी। दीदी की चूत की शायद उससे पहले इतनी तगड़ी रगड़ाई नहीं हुई होगी। उसके बाद भी जतिन तो चालू ही थे। जब मैंने जतिन को इशारा किया कि बस करे। जतिन ने बिना झड़े लंड धीरे से निकाल दिया और तब कहीं जाकर दीदी की जान में जान आयी। जिस तरह जतिन दीदी की चूत को रगड़ने में लगे थे, मुझे लग रहा था जैसे मेरा नंबर ही नहीं आएगा।(chudai ki sexy dastan)
जब जतिन ने चुदाई को रोका, तो दीदी ने आंखें खोली, और उठ कर फ़ौरन जतिन को अपनी बांहों में लेकर चूमते हुए बोली, “मुझे आज तक किसी ने इतना तगड़ा नहीं चोदा। मैंने कई अच्छे-अच्छे चोदने वालों से चुदवाया है। पर जतिन आप चुदाई में निष्णात हो। एक औरत को कैसे ज्यादा से ज्यादा सुख देना यह आप भली-भांति जानते हो।
मैं जानती हूं तुम मुझसे कहीं ज्यादा मेरी सहेली को चोदना चाहते हो। अब मैं बहुत खुश हूं। अब तुम बेशक रीमा को जी भर कर चोदो। मैं हमारे गीले कपड़ों को तुम्हारी इलेक्ट्रिक इस्त्री को गरम कर के प्रेस कर देती हूं ताकि वह सुख जाए”।(chudai ki sexy dastan)
दीदी के फारिग होते ही मैं जतिन की बांहों में चली गयी। जतिन ने मेरे होंठों से होंठ मिलाते हुए कहा, “रीमा डार्लिंग, तुमने तो मुझे दीवाना ही बना दिया है। अब मैं तुम्हें दिन रात याद करता रहूंगा। काश मैं तुमसे शादी कर पाता। पर अफ़सोस तुम भी शादी-शुदा हो और मैं भी। पर हम चोद तो सकते हैं।
मैं जब भी यहां आऊंगा उससे पहले तुम्हें या दीदी को बता दूंगा। तुम दोनों आ जाना। मैं एक बड़े एरिया का सेल्स मैनेजर हूं। पर अब मुझे इस मार्किट पर और ज्यादा ध्यान देना पड़ेगा। तुम्हारे कारण हमारी सेल इस एरिया में काफी बढ़ जायेगी।”(chudai ki sexy dastan)
मैंने जतिन की आंखों में आंखें डाल कर कहा, “मेरे साजन अब मुझे घोड़ी बना कर पूरी ताकत से डॉगी पोज़िशन में बेरहम हो कर चोदो। अब हमारे पास ज्यादा वक्त नहीं है। मुझे तुमसे इतना चुदवाना है कि जिससे मुझे यह चुदाई काफी लम्बे अर्से तक याद रहे। जब तक तुम वापस ना आओ तब तक तुम्हारी यह चुदाई मैं भूल ना पाऊं ऐसा चोदो मुझे।”
यह कह कर मैं पलंग पर जतिन के सामने घुटनों के बल मेरी गांड जतिन के लंड के पास सटा कर घोड़ी बन कर जतिन के तगड़े लंड से चुदवाने के लिए तैयार हो गयी।(chudai ki sexy dastan)
जतिन ने एक तीखी चपेट मेरी गांड के गाल पर मारी। मुझे यकीन है कि मेरी गांड उस तगड़ी चपेट से लाल हो गयी होगी। मैं पूरी उस चपेट के कारण दर्द से तिलमिला उठी थी। मेरी सिसकारी निकल गयी। पर मेरी गांड पर पड़ी उस चपेट के दर्द से कहीं ज्यादा मचलन उस चपेट के कारण मेरी चूत में हो रही थी। यह किसी की समझ में नहीं आएगा कि एक स्त्री को चुदाई के दरम्यान होते हुए दर्द में इतना मजा क्यों आता है।
मेरी गांड की लालिमा को देख कर जतिन का लंड भी और सख्त हो गया। पहले मुझे करीब पंद्रह से बीस मिनट चोदने के बाद जतिन ने दीदी को करीब आधे घंटे तक चोदा था। पर उसका लंड उसके बाद भी तना हुआ इतनी सख्ती से खड़ा देख मैं हैरान रह गयी। जतिन ने फिर से अपने लंड और मेरी चूत में अपनी उंगली से अच्छे से वह चिकनाहट वाला आयल लगाया।(chudai ki sexy dastan)
अपना लंड मेरी चूत की पंखुड़ियों को अलग कर जतिन ने पहले लंड का टोपा और बाद में कुछ टेढ़ा-मेढ़ा करके अपना लंड मेरी चूत में घुसेड़ दिया। इस बार मुझे जतिन के लंड के घुसने से ख़ास दर्द नहीं हुआ। जतिन के लंड की मोटाई को मेरी चूत की सुरंगों में मेरी गांड से घिस कर घुसने के कारण मेरा पूरा बदन रोमांचित हो उठा।
जब किसी औरत की चुदाई डॉगी पोज़िशन में होती है तो अक्सर औरत को दोगुनी उत्तेजना का अनुभव होता है। एक तो चूत चुदवाने का अनुभव तो होता ही है। पर उतना ही उत्तेजना का अनुभव होता है गांड में से हो कर लंड जब चूत में घुसता है तो गांड मरवाने का भी एहसास होता है। यह एहसास सिर्फ सामान्य मर्द ऊपर औरत नीचे वाली पोज़िशन से कहीं ज्यादा रोमांचित होता है। ऐसी चुदाई में चूत मचल उठती है और काफी पानी छोड़ने लगती है। स्त्री ज्यादा बार झड़ जाती है।(chudai ki sexy dastan)
दूसरी औरतों का तो मुझे ज्यादा पता नहीं, पर मैं डॉगी पोज़िशन में चुदवाने पर बार बार झड़ जाती हूं। जब जतिन के जैसे लंड से डॉगी पोज़िशन में चुदवाया, तो फिर तो मेरा क्या हाल हुआ होगा। यह आप सब अच्छी तरह से समझ सकते हो। जतिन भी मेरी लाल गांड से हो कर अपना लंड मेरी चूत में डालने के कारण काफी उत्तेजित हो कर मुझे तगड़े से चोद रहे थे।
मैं उनकी चुदाई से पूरी हिल जाती थी। यहां तक कि पूरा पलंग भी जतिन की चुदाई के कारण हिल रहा था। मुझे जतिन से अच्छे से चुदना था सो मैं भी जतिन को मेरी सिसकारियों से और “आह… ओह… जोर से…” कह कर जतिन का जोश और बढ़ा रही थी।(chudai ki sexy dastan)
मुझे महसूस हुआ कि जतिन दो औरतों को इतना ज्यादा तगड़े से चोदने के बाद ख़ास कर मेरी गांड देख कर अपने आप को झड़ने से रोकने में नाकाम साबित होने लगे थे। जतिन का बदन सख्त होने लगा था। उनके हाथों की पकड़ मेरे स्तनों पर, मेरी गांड के गालों पर और मेरी कमर पर सख्त होने लगी थी। मुझे बिल्कुल साफ़-साफ़ लगा कि जतिन अपना वीर्य छोड़ने के कगार पर थे।
मैं कोई कच्ची उम्र की लड़की की तरह जतिन को प्यार करने लगी थी। जतिन ने मेरे पूरे बदन को और मेरे पूरे मन और दिमाग को उस चुदाई से हिला डाला था। डॉगी पोज़िशन में चुदवाते हुए मैं भी अपने आपको रोक नहीं पा रही थी। अपने आप को काफी देर तक रोकने के बाद अचानक मैं एक सांस में ही झड़ने लगी।(chudai ki sexy dastan)
ठीक उसी समय मेरी चूत की सुरंग में एक-दम बड़े जोश के साथ गरमागरम लावे का फव्वारा जैसे जतिन के लंड में से फूट पड़ा। मेरी चूत एक-दम गर्म हो उठी। जतिन अपने वीर्य को रोक नहीं पाए, और बिना कोई रोकथाम उनके वीर्य का फव्वारा या कहिये की एक सैलाब सा मेरी चूत के कोने-कोने में फ़ैल गया।
जतिन के अंडकोष में पता नहीं कितना वीर्य होगा कि मेरी चूत में जतिन का लंड सख्ती से जैसे जम गया था। फिर भी मेरी चूत में से जतिन का वीर्य बह कर उभर कर बाहर निकलने लगा। जतिन के कमरे के पलंग की सफ़ेद चद्दर जतिन के वीर्य और थोड़ी मात्रा में मेरी चूत से निकला पानी मिल कर गीली हो रही थी। जतिन ने काफी देर तक उनका लंड मेरी चूत में रहने दिया।(chudai ki sexy dastan)
मैं भी जतिन की ठुकाई से थकी हुई पलंग पर जतिन का लंड मेरी चूत में ही रखे हुए लुढ़क पड़ी। जतिन मेरे ऊपर लेट गए। उनका आधा लंड मेरी चूत में से बाहर निकल पड़ा। उनका बाकी आधा लंड फिर भी मेरी चूत में गड़ा हुआ था।
इस तरह हम दोनों काफी देर तक पलंग पर पड़े रहे। दीदी ने तब तक हमारे कपड़ों को गरम इस्त्री फिरा कर सुखा दिया था। कुछ देर बाद मैं पलट गयी। जतिन मेरे ऊपर ही लेटे रहे। उनका महाकाय लंड तब काफी हद तक ढीला पड़ चुका था, और फिसल कर मेरी चूत में से बाहर निकल पड़ा।(chudai ki sexy dastan)
मैंने जतिन के सर को मेरे दोनों हाथों में पकड़ कर उनकी आंखों में मेरी आंखें डाल कर कहा, “मुझे यकीन है कि तुमने मुझसे पहले बहुत सारी स्त्रियों को चोदा होगा। पर मुझे यह भी यकीन है कि तुमने इससे पहले रीमा जैसी किसी स्त्री को इस तरह इतने प्यार से नहीं चोदा होगा। किसी स्त्री ने भी आज तक आपसे इतनी गर्म-जोशी से नहीं चुदवाया होगा।”
जतिन ने मुझे चूमते हुए मेरी बात का जवाब देते हुए कहा, “आज तक मैंने इतनी गर्म चूत को कभी नहीं चोदा। तुम यकीन रखो कि मैं जल्दी ही वापस आऊंगा, और इस शहर की दो सबसे ज्यादा चुदक्क्ड़ औरतों को दुबारा चोदूंगा।”
काफी देर तक मुझे चूमते रहने के बाद जतिन ने दीदी को भी एक तगड़ा सा चुंबन किया। इस वाकये के बाद जतिन जब भी हमारे शहर में दौरे पर आते हम कुछ ना कुछ बहाना कर उसी रिसोर्ट में उनसे चुदवाने जाते रहते थे। इस बात को अब एक साल हो गया। जतिन का तबादला किसी और जगह हो गया और हमारी यह “टक्कर से चुदाई का सफर” की कहानी समाप्त हो गयी।(chudai ki sexy dastan)
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