बदचलन चुदक्कड़ बीवी 6 - damdar chudai biwi ki

बदचलन चुदक्कड़ बीवी 6 – damdar chudai biwi ki 

कहानी का पांचवा भाग : biwi ki damdar chudai

सेक्स कहानी के पिछले पार्ट में आपने पढ़ा कि मेरी बीवी ने संदीप के लंड का पानी पिया, और फिर वो दोबारा उसके लंड को चुदाई के लिए तैयार करने लगी। अब आगे-

संदीप: मैडम जी घोड़ा तैयार है, घोड़ी की सवारी करने के लिए।(damdar chudai biwi ki )

जानवी: ना जी सवारी तो आज पहले घोड़ी करेगी। आ जाओ नीचे।

इतना कहते ही जानवी ने धक्का देकर संदीप को बेड पर लिटा दिया, और उस पर चढ़ गई।

संदीप: लौड़े की सवारी तो कर लेना, पर पहले एक बार अपने चूचे तो पिला दे। करीब 3 साल बाद तेरे को नंगा देख रहा हूं।

जानवी: ले पी ले, चूस-चूस के मेरी चूची लटका दिया है।(damdar chudai biwi ki )

संदीप: बहनचोद कौन सा सिर्फ मैंने तेरी चूची चूसी है। दूध पिलाने का तो शौंक है ना तुझे? इतने लोगों को पिलाओगी तो थोड़ा तो लटकेगा ही।

जानवी: मेरी चूची पर तेरी कॉपी राइट थोड़ी ना था। मुझे जो भी मिला उसे पिलाया। लेकिन अब लटकने के साथ ही बड़ा भी हो गया है।

संदीप: याद है 18 साल पहले भी तेरी चूची बहुत छोटी तो थी नहीं, 34″ साइज की थी। लेकिन तेरे निप्पल बहुत जबरदस्त है 1 इंच के, डाल मेरे मुंह में।(damdar chudai biwi ki )

जानवी: चूस ले पर प्लीज काटना मत।

संदीप मुंह मैं पूरा दूध भर कर चूसने लगा। दोनों चूचों को बारी-बारी चूसने के बाद अब चुदाई शुरू होने वाली थी। जानवी ने लगभग 30 सेकेंड चूस कर संदीप के लंड की अपनी थूक से गीला किया। फिर चूत पर लंड को सेट करते हुए धीरे-धीरे जानवी लंड पर बैठने लगी।(damdar chudai biwi ki )

जैसे-जैसे संदीप का लंड जानवी की चूत में अंदर जा रहा था, दोनों के मुंह से आह आह की हल्की आवाज़ आ रही थी।

बैलेंस के लिए जानवी और संदीप एक-दूसरे के उंगलियों को फसा कर मुट्ठी बना रखे थे।

लंड पर जानवी बैठ गयी। पूरा 7 इंच का लंड जानवी के चूत में था, और अब जानवी धीरे-धीरे अपनी कमर को लंड पर घुमाने लगी। आंखे बंद थी जैसे चूत में संदीप के लंड को महसूस कर रही हो।(damdar chudai biwi ki )

करीब 2 मिनट तक कमर हिलाने के बाद जानवी अब धीरे-धीरे लंड पर ऊपर-नीचे होने लगी।

रफ्तार के साथ जानवी की चुदाई शुरू। अब जानवी तेजी से संदीप के लंड पर कूदने लगी, और जानवी के चूचे भी कूदने लगे।

जबरदस्त नज़ारा था। जानवी संदीप के लंड पर जोर-जोर से कूद रही थी, साथ ही सिसकियां ले रहे थी। अपने दोनों हाथों से बीच-बीच मैं संदीप जानवी के उछलते कूदते चूचों को दबाता, पकड़ता।

सीसीटीवी में देख कर लग रहा था कि कोई पोर्न मूवी देख रहा था मैं। आज तक कभी जानवी मेरे लंड पर नहीं बैठी थी।

जानवी के कूदने की रफ्तार कम होती तो नीचे से संदीप जोरदार धक्के मारता। दोनों चुदाई में आहे भी भरते और बात भी करते।

जानवी: उई उफ्फ उफ्फ आह आह हहहहहहहह।(damdar chudai biwi ki )

संदीप: आह आह सीसीस…. धीरे मेरी जान।

जानवी: जानू मज़ा आ रहा है ना? उई उई उफ्फ उफ्फ उफ्फ।

संदीप: जब इतने जबरदस्त तरीके से लंड पर कूदोगी, तो मज़ा किसको नहीं आएगा। पर धीरे कूद, निशाना गलत पड़ा तो मेरा लौड़ा टूट जाएगा।(damdar chudai biwi ki )

जानवी: मेरी चूत तेरे लंड की दीवानी है। इसे तोड़ेगी तो कैसे जियेगी? तेरा लौड़ा मेरी ज़िंदगी है मेरी जान।

संदीप: फिर जोर से कूद, बहुत मज़ा आ रहा है। आह आह आह उफ्फ आआआआआ।

जानवी: उफ्फ उफ्फ्फ उफ़्फ़फ़ तू भी नीचे से मार धक्के मार, जोर से मार।(damdar chudai biwi ki )

करीब 2 मिनट बाद संदीप बैठ गया। जानवी संदीप की गोद में, और लंड चूत में।

जानवी ने दोनों हाथी से संदीप के गले मैं घेरा बना रखा था, और दोनों एक-दूसरे के होंठों को चूस रहे थे।

जानवी ने दोनों पैरों से संदीप के कमर को लपेट रखा था। संदीप दोनों हाथों से चूचियों को दबाने और मसलने में लगा था।

जानवी: यार धीरे-धीरे दबा, दर्द हो रहा है।(damdar chudai biwi ki )

संदीप: तू किस काम में धीरे कर रही है बता ना? और पहले तो कहा करती थी और जोर से दबाओ, निप्पल खींचो।

जानवी: आज दर्द हो रहा है, तो आज ही बोलूंगी ना। मत दबा यार।

संदीप: लगता है आज कल चूची दबाने वाला कोई नहीं है। कोई नहीं अब चूची पीने का जुगाड़ करता हूं चुदाई के साथ। अपनी पकड़ मजबूत कर लो।(damdar chudai biwi ki )

इतना बोलते ही संदीप ने जानवी के चूतड़ों को पकड़ कर उठाया और खड़ा हो गया।

जानवी ने दोनों हाथों से संदीप के कंधे पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली थी, और पैरों से कमर को लपेट रखा था।

जानवी की चूची संदीप के मुंह जे पास थी। पर मुझे दिख रहा था कि लंड चूत से बाहर निकल गया था, और संदीप ने जानवी के निप्पल मुंह में लेकर चूसने लगा।

जानवी: तुमने तो निप्पल मुंह में ले लिया। लेकिन तेरा लौड़ा बाहर निकल गया। उसे भी तो चूत में डाल दे। इस पोजीशन में मैं कुछ नहीं कर पाऊंगी।(damdar chudai biwi ki )

संदीप: साली 2 मिनट का सब्र नहीं है। 24 घंटे चूत में लंड चाहिए तेरे को।

जानवी: जब लंड है, चूत है, तो बाहर नहीं अंदर ही चाहिए लंड। ये पता है ना तेरे को?

संदीप: तभी तो तीन चार लंड की जरूरत पड़ी थी एक साथ।

जानवी: अब उन दिनों की याद मत दिला। पहले लंड डाल, फिर जो करना है कर।(damdar chudai biwi ki )

ये सुनते ही मेरा माथा सुन्न पड़ गया। साली एक साथ तीन चार लंड से चुदी थी मेरी बीवी।

बाजारू रंडी शब्द भी जानवी के लिए छोटा पड़ जाएगा।

मुझे अपने कानों पर भरोसा ही नहीं हो रहा था। लेकिन मेरे पास कोई ऑप्शन नहीं था। क्योंकि सिर्फ सुनी हुई नहीं बल्कि आंखों के सामने दिख भी रहा था।

घर से लेकर आफिस तक हर जगह एक अलग ही इमेज थी जानवी की।(damdar chudai biwi ki )

सब कहते थे जानवी जैसे घरेलू, सज्जन, सीधी और क्या-क्या। लेकिन जानवी का दूसरा चरित्र ये है कि वो एक रंडी को फेल कर दे। ये 20 साल की उम्र से ही बदचलन और चरित्रहीन थी।

उधर संदीप ने जानवी के चूतड़ को उठा कर चूत में लंड डाल दिया, और जानवी के निप्पल चूसने लगा।

मुझे गुस्सा भी आ रहा था, लेकिन इंग्लिश पोर्न फिल्म वाली पोजिशन में जानवी और संदीप की रासलीला देख के मज़ा भी आ रहा था।

धीरे-धीरे संदीप ने चुदाई की स्पीड बढ़ाई, और फिर अपने हाथों पर जानवी की जांघो को रख कर जोरदार धक्के लगाने लगा।(damdar chudai biwi ki )

रूम से सिर्फ फच फच फच फच की आवाज और उफ़्फ़फ़ उफ़्फ़फ़ उफ़्फ़फ़ आह आह आह आह उई उई उई सी सी सी की आवाज आ रही थी।

करीब 7 से 8 मिनट तक खड़े-खड़े चोदने के बाद संदीप ने जानवी को बिस्तर पर पटक दिया, और बोला-

संदीप: अब तेरी सवारी करूंगा, आजा घुटने पर, बन जा मेरी कुतिया।

जानवी हांफते हुए घुटने पर आ गई। संदीप ने कमर पकड़ कर उसे बिस्तर के कोने में खींचा जहां संदीप खड़ा था।(damdar chudai biwi ki )

संदीप ने चूत पर थूक लगाया, और अपने लंड से चूत को रगड़ने लगा। फिर एक जोर के धक्के के साथ लंड को चूत में पल दिया।

जानवी के बालों को बाए हाथ से पकड़ कर अपनी तरफ खींच रखा था संदीप ने, और दाहिने हाथ से चूतड़ पर चपेट मार रहा था। साथ ही चूत मारे जा रहा था।

कुत्ते की तरह चोद रहा था संदीप।

बीच-बीच में जानवी के लटके हुए चूचों को पकड़ता और चोदता। संदीप इतने जोर के झटके मार रहा था, कि हर झटके पर जानवी के मुंह से आह की आवाज निकल रही थी।(damdar chudai biwi ki )

जैसे-जैसे झटके तेज हो रहे थे, जानवी की सिसकियां और आहें तेज हो रही थी। अचानक जानवी चिल्लाई-

जानवी: और तेज, और तेज, फाड़ दे मेरी चूत, और तेज चोदो। मेरा निकलने वाला है। मैं गई उई उई मां।

जानवी का शरीर अकड़ने लगा। पांच-सात धक्के के बाद जानवी के मुंह से निकला: गईईईई!

और एक जोर का झटका मार के तेजी से संदीप ने जानवी की चूत से अपना लंड बाहर निकाला।

लंड निकलते ही जानवी की चूत से पानी की धार निकलने लगी।(damdar chudai biwi ki )

संदीप ने फिर जानवी की कमर पकड़ कर एक जोरदार धक्का लगाया, और लंड पूरा चूत में उतार दिया।

दो-चार तगड़े धक्कों के बाद फिर संदीप ने चूत से लंड जैसे ही निकाला, चूत पानी छोड़ने लगी। जानवी झड़े जा रही थी।

जानवी पेट के बल बिस्तर पर गिरी, और निढाल हो गई।

चूत से पानी निकले जा रहा था। पीछे मुड़ कर जानवी ने संदीप को देखा और मुस्कुराई। ऐसे इशारे संदीप जानता था।

उसने जानवी को पलटा और उसकी दोनों टांगो को कंधे पर रखा, और लंड चूत में पेल दिया।(damdar chudai biwi ki )

जानवी और संदीप मस्ती में चुदाई किये जा रहे थे। हर धक्के के साथ दोनों की आह निकल रही थी। पूरे कमरे में फच फच फच की आवाज आ रही थी।

करीब 8 से 10 मिनट तक मिशनरी स्टाइल में चुदाई की संदीप ने।

बीच-बीच में झुक कर चूचे पीता, तो कभी लिप्स पर किस करता। दोनों पसीने से लथ-पथ लेकिन पूरी मस्ती में।

करीब 40 मिनट से संदीप और जानवी की चुदाई चल रही थी। लेकिन कोई भी थकने को तैयार नहीं।

जानवी: एक बार फिर मैं झड़ने वाली हूं।(damdar chudai biwi ki )

संदीप: मैं भी अब गया।

जानवी: साथ ही झड़ेंगे, अंदर ही निकालना।

इसके साथ ही संदीप ने अपनी रफ्तार बढ़ाई और जोर-जोर से जानवी को चोदने लगा।

हर धक्के के साथ रफ्तार बढ़ रही थी, और दोनों के मुंह से आने वाली आहों की आवाज भी तेज हो रही थी।

करीब 2 मिनट तक उसेन बोल्ट की रफ्तार से चुदाई के बाद दोनों ने जोर से आहें भरते हुए एक-दूसरे को अपनी बाहों में ले लिया, और दोनों साथ झड़ने लगे।(damdar chudai biwi ki )

दोनों आंखे बंद करके उस पल का आनंद ले रहे थे।

संदीप ने जानवी के माथे पर किस किया, और धीरे से अपने लंड को चूत से बाहर निकाला, और जानवी के मुंह मैं डाल दिया।

जानवी ने लंड चूस के साफ करने लगी। उधर उसकी चूत से संदीप के लंड का पानी बहने लगा। संदीप जानवी के बगल में लेट गया।(damdar chudai biwi ki )

पहली जबरदस्त चुदाई के बाद दोनों की सांसे तेज थी दिनों हांफ रहे थे। संदीप की बांह पर जानवी का सर था।

जानवी: मज़ा आया सर आपको?

संदीप: मज़ा देने वाली इतना जबरदस्त हो, तो मज़ा कैसे नहीं आएगा। मेरी चुदाई कैसी लगी?

जानवी: तुम तो मेरे हीरो हो। असली चुदाई का मज़ा तुम ही देते हो।(damdar chudai biwi ki )

संदीप: साली मुझे पता है तेरी आदत, हर चुदाई के बाद यही बोलती होगी।

और दोनों हसने लगे। मैंने समय देखा 5 बजकर 40 मिनट ही गए थे।

मतलब पहले राउंड की चुदाई लगभग 1 घंटे 40 मिनट चली। मैंने फ़ोन उठाया और जानवी को लगा दिया। इसके आगे क्या हुआ, वो अगले पार्ट में।(damdar chudai biwi ki )

कहानी का सातवां भाग : sexy biwi ki damdar chudai

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