मां के लिए ढूंढा नया पति और चुदाई 3 – desi mom chut chudai

दोस्तों पारुल सुदर्शन पापा के साथ कॉफी पर चली जाती है। करीब 4 घंटे बाद पारुल घर वापिस आती है और मुझे आवाज लगाती है-

कहानी का दूसरा भाग : chudwaya desi maa ko

पारुल: दिवाकर क्या कर रहे हो बेटा?(desi mom chut chudai)

मैं: मम्मी बस कुछ नहीं, टीवी देख रहा था।

पारुल: अच्छा आ जाओ बेटा, सुदर्शन जी भी आए है।

मैं: आया मम्मी।

सुदर्शन: हेलो बेटा, ये लो तुम्हारे लिए नूडल्स और कोलड्रिंक लेकर आए है।

मैं: थैंक्यू अंकल, मम्मी बताओ कैसा लगा आज आपको?

पारुल: बेटा बहुत अच्छा। पूरी तरह से फ्रेश महसूस कर रही हू़। थैंक्यू सो मच सुदर्शन जी। और सुदर्शन जी ने मुझे एक ड्रेस भी दिलवाई।(desi mom chut chudai)

मैं: अच्छा मम्मी, दिखाओ।

पारुल: ये देखो (रेड कलर की बेहद सेक्सी ड्रेस दिलवा कर लाए सुदर्शन पापा पारुल को)।

सुदर्शन: बेटा कैसी लगी ड्रेस? देखते है पारुल जी कैसी लगती है वेस्टर्न लुक में?

पारुल: थैंक्यू सो मच सुदर्शन जी। आज मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। आप बैठिए चाय बनाती हूं मैं तब तक।

सुदर्शन: पारुल जी पहले वो ड्रेस डाल कर तो दिखाओ हमें। चाय तो बाद में देखेंगे।

मैं: हां मम्मी दिखाओ ना।(desi mom chut chudai)

पारुल: अच्छा रुको, फिर आती हूं पहन कर।

पारुल थोड़ी देर में आती है, और जब वो रेड कलर की ड्रेस डाल कर हमारे सामने आई, तो नजारा बेहद खूबसूरत था। क्या लग रही थी पारुल, उफ्फ, देखते ही सुदर्शन पापा ने तो लंड को सहलाया। पारुल के बड़े-बड़े खरबूजे साफ दिखाई दे रहे थे। थोड़ी ट्रांसपेरेंट थी, जिसकी वजह से ब्रा भी दिखाई दे रही थी और थोड़ी-थोड़ी पैंटी भी नज़र आ रही थी। शायद इसलिए सुदर्शन ने ये ड्रेस पारुल को दिलवाई होगी, क्योंकि पारुल का बदन उसमें से नज़र आ सके।

सुदर्शन: पारुल जी सच बोलूं?

पारुल: अरे हां सुदर्शन जी बोलिए।

सुदर्शन: बहुत हॉट लग रही हो। कोई भी देख कर पागल हो जाएगा।(desi mom chut chudai)

मैं: हां मम्मी कोई भी देख कर अपना होश खो देगा। बहुत सेक्सी लग रही हो मम्मी।

पारुल: ये कैसी बातें बोल रहे हो। थोड़ा तो शर्म करो।

मैं: अरे मम्मी मॉडर्न जमाना है। इसमें कैसी शर्म? बहुत सेक्सी लग रही हो।

पारुल: बेटा फिर भी, अपनी भाषा देखो।

सुदर्शन: अरे पारुल जी क्या हुआ? आप इतना क्यों सोचते हो? खुल कर जियो और आप बहुत खूबसूरत हो तो मॉडर्न सोच के साथ चलो।(desi mom chut chudai)

पारुल: चलो आज से मैं भी वो फालतू के संस्कारों का घूंघट नहीं ओढूंगी। मैं भी मॉडर्न बन कर रहूंगी, और लाइफ एंजॉय करूंगी।

मैं: हां मम्मी बिल्कुल सही कहा। आज से आप मैं और सुदर्शन अंकल खुल कर बातें करेंगे और खूब मजा लूटेंगे।

सुदर्शन: मैं तो तुम लोगों के साथ हूं। वैसे भी मैं अकेला रहता हूं, और कोई नहीं है करीबी। आपके साथ अच्छा लग रहा है।

पारुल: अरे सुदर्शन जी, हम है ना आपके लिए। आज से आप मेरे बेस्ट फ्रेंड, दिवाकर आपके बेटे जैसा ही है।

सुदर्शन: थैंक्यू पारुल जी।(desi mom chut chudai)

मैं: हां अंकल आपकी वजह से आज मेरी मम्मी ने वो बकवास संस्कारों का पल्लू छोड़ा है। वैसे मम्मी आप इतनी खूबसूरत हो मुझे आज पता चला।

सुदर्शन: पारुल जी सच में बहुत ज्यादा सेक्सी लग रही हो।

पारुल: अब बस करो आप दोनों। मैं चेंज करके आती हूं, और फिर चाय बनाती हूं।

सुदर्शन: अरे आप ऐसे ही चाय बना लीजिए, बाद में बदल लेना।

पारुल: ठीक है सुदर्शन जी, आप बैठिए।(desi mom chut chudai)

पारुल किचन में जाती है और चाय बनाती है, और हम दोनों को पारुल का नजारा दिख रहा था। उसका पिछवाड़ा देख कर सुदर्शन पापा तो अपना लौड़ा सहला रहे थे, और मुझसे कहते है “देखा क्या लग रही है पारुल?” मैंने भी बोल दिया कि, “सुदर्शन पापा, अब पारुल को आपकी होने से कोई नहीं रोक सकता।”

सुदर्शन: हां बेटा, अब पारुल को तेरे उस घटिया बाप के नीचे दब कर रहने की कोई जरूरत नहीं होगी।

मैं: हां पापा।

पारुल आती है चाय लेकर, और सुदर्शन पापा चाय पीकर चले जाते है‌। फिर पारुल भी अपने रूम में जाकर कपड़े बदलती है, और मैं अपने रूम में जाकर हॉट वेब सीरीज देखने लग जाता हूं।(desi mom chut chudai)

2 घंटे बाद मेरा बाप घर आता है, और उसकी नज़र पारुल की उस ड्रेस पर पड़ जाता है। वो पारुल को डांटने लग जाता है, लेकिन पारुल ने इस बार उसकी एक नहीं सुनी, और मेरे बाप को बहुत खरी-खोटी सुनाई। मेरा बाप सुनता रह गया।

फिर कई दिनों तक ऐसे ही सुदर्शन पापा मेरे घर मेरे बाप की गैर मौजूदगी में चाय पर आते और पारुल से उनकी दोस्ती दिन बा दिन गहरी होती है।

करीब 10 दिन बीतने के बाद जैसे ही मेरा बाप घर से निकलता है, थोड़ी देर बाद पारुल ने सुदर्शन पापा को फोन किया, और बोला: अगर फ्री हो तो आ जाइए घर, चाय पीकर ऑफिस चले जाना।(desi mom chut chudai)

सुदर्शन पापा थोड़ी देर बाद आते है, और मेरी मम्मी उनके लिए चाय और थोड़ा खाना लेकर आती है। सुदर्शन पापा खाना खा कर सोफे पर बैठ जाते है और पारुल कहती है, “लेट तो नहीं हो रहे ना।”

सुदर्शन: नहीं पारुल, फ्री हूं। बोलो?

पारुल: बस ऐसे ही पूछा, मेरा मन था कि मूवी देखूं आज।

सुदर्शन: अच्छा पारुल जी, तो देखते है। उसमें क्या दिक्कत है?

पारुल: आपके ऑफिस का कोई प्रॉब्लम तो नहीं है ना?

सुदर्शन: अरे नहीं, मेरा ऑफिस का कभी कोई प्रॉब्लम नहीं होता, चलो चलते है।

पारुल: अच्छा चलो मैं तैयार हो जाती हूं।(desi mom chut chudai)

और पारुल फिर एक बार बेहद कड़क और कामुक अंदाज में निकल कर आती है। एक टाइट पैंट और पतली ट्रांसपेरेंट सी टी-शर्ट जिसमें से उसकी ब्लैक ब्रा दिख रही थी, और पैंट में से उसकी चड्डी की लाइन साफ दिख रही थी।

सुदर्शन: पारुल जी आपकी खुबसूरती के क्या कहने? बहुत कड़क लग रही हो।

पारुल: बस सुदर्शन जी आप भी तारीफ ही करते रहते हो बस।

मैं: मम्मी, उफ्फ किसी हीरोइन से कम नहीं हो आप।

पारुल: बस करो अब, चलो चलते हैं सुदर्शन जी।(desi mom chut chudai)

फिर वो दोनों मूवी के लिए चले जाते है, और फिर से मैं रूम में जाकर पोर्न देखता हूं और लंड सहलाता हूं। फिर करीब 4 बजे सुदर्शन और पारुल आते है, और इस बार पारुल सुदर्शन को हग करती है, और सुदर्शन चला जाता है।

वो मुझे फोन करके बताता है कि: आज पारुल ने मुझसे कहा कि जब से आप मेरी लाइफ में आए हो, मेरी लाइफ मजेदार हो गई है। और दिवाकर के पापा के बारे में अब मैं फालतू नहीं सोचती।

मैंने कहा: पापा पारुल की चुदाई कब कर रहे हो?

सुदर्शन: बहुत जल्द बेटा। मेरा लंड जल्द ही पारुल की चूत में होगा।(desi mom chut chudai)

मैं: अच्छा, मुझे बस उसी का इंतजार है, और पारुल ने आज आपको हग किया, कैसा लगा?

सुदर्शन: बेटा बहुत मजा आया। लंड खड़ा हो गया था मेरा। और मन था कि किस्स कर लूं अभी, और नंगा करके उसकी चूचियां अपने मुंह से चूस लूं।

मैं: उफ्फ पापा, मेरा भी खड़ा हो गया है।

सुदर्शन: बस पारुल की गांड पर आज हाथ तो लगाया मैंने मौका देख कर।

मैं: अच्छा, कुछ बोला नहीं उसने?

सुदर्शन: बस थोड़ा मेरी तरफ देख कर मुस्कुराई थी।

मैं: अच्छा मतलब चुदने का उसका भी मन होगा?(desi mom chut chudai)

सुदर्शन: हां बेटा, बहुत प्यासी है। सच बताऊं तो पारुल मेरी जान है।

ऐसे ही थोड़ी देर पारुल के हुस्न की कल्पना करके हम दोनों ने अपना-अपना पानी निकाला और मजे लूटे। 3 दिन बाद मेरा बाप जब रात को घर आता है, हमारे लिए बहुत बड़ी खुशखबरी लेकर आता है। मेरा बाप हमें आकर बताता है कि उसका ट्रांसफर होगया था, और अब वो घर से जा रहा था,‌ और साल में कभी-कभी आया करेगा। हम ये सुन कर बहुत खुश होते है और अगले दिन मेरा बाप अपना सामान लेकर चला जाता है।

पारुल मुझसे कहती है: बला टली बेटा। अब तुम्हारे बाप का मुंह नहीं देखना पड़ेगा, और हम अब मजे करेंगे। अब मैं मन मर्जी के कपड़े पहनूंगी और मन मर्जी से रहूंगी।

यहीं से हमारी एक नई शुरुआत होती है। शाम को मेरी मां पारुल सुदर्शन को बुलाती है, और ये सब बताती है। रात का खाना सुदर्शन पापा, मैं, और पारुल साथ में बैठ कर खाते हैं।

फिर पारुल सुदर्शन से कहती है: सुदर्शन जी, अब मेरी लाइफ मजेदार होगी। मनमर्जी से रह सकती हूं।

सुदर्शन: बहुत अच्छी बात है पारुल जी, कोई परेशानी नहीं होगी अब हमें।

पारुल: हां सुदर्शन जी।(desi mom chut chudai)

मैं: मेरे बाप की वजह से हमारा जीना हराम हुआ पड़ा था, और अब आयेगा मजा असली।

पारुल: ये सच कह रहे हो तुम?

सुदर्शन: तो पारुल जी कल शॉपिंग पर चलें?

पारुल: हां बिल्कुल चलते है। दिवाकर के लिए भी कपड़े ले आएंगे।(desi mom chut chudai)

मैं: हां मम्मी, मुझे वैसे भी चाहिए।

सुदर्शन: बेटा कल के आयेंगे तुम्हारे लिए, चिंता मत करो।

अगले दिन मेरी पारुल मां और सुदर्शन जी मेरे लिए नए कपड़े, और सुदर्शन पारुल को बहुत मस्त-मस्त कपड़े दिलवा कर लाते है, और नई ब्रा पैंटी भी।

सुदर्शन कहता है: पारुल बहुत भूख लगी है। खाना बना लो।

पारुल खाना बनाती है, और सुदर्शन जी किचेन में जाते है, और थोड़ा फिसलने का नाटक करके पारुल को पकड़ लेते है। इसी बहाने वो पारुल की चूचियों को भी दबा देते है, और पारुल को ये बहुत अच्छा लगता है।

फिर वो आते है और मुझसे कहते है: बहुत मुलायम चूचे है मेरी जान के।(desi mom chut chudai)

और वो लगातार पारुल को घूरते रहते है। मैं देखता हूं पारुल भी उन्हें देख कर हस्ती है और शर्माती है, और सुदर्शन पापा अपना लंड भी सहलाते है।

फिर खाना खाकर सुदर्शन अपने घर जाता है, और दोस्तों मैं भी अपने कमरे में जाता हूं।

उसके बाद आगे क्या होता है इंतजार कीजिए अगले पार्ट का। मुझे पता है यहां तक आपको थोड़ा बोरिंग लग सकता है, क्योंकि चुदाई नहीं आई अभी। लेकिन वेट कीजिए। पारुल के हुस्न की दास्तां अभी शुरू हुई है। सुदर्शन पापा ने मेरी पारुल मां को कैसे एक चुदक्कड़ रंडी बना दिया, ये कहानी बड़ी दिलचस्प है। और यहीं नहीं मुझसे भी पारुल बहुत ज्यादा ओपन हो गयी। बने रहिए मेरे साथ।(desi mom chut chudai)

कहानी का चौथा भाग : chut chudai desi mom

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