आप सब मुझे जानते ही हैं। मैं विवेक हूं, और लंड का साइज 6.5″ है। मैं चुदाई का तो बहुत ही शौकीन हूं। आज आप सब के साथ अपनी एक सच्ची घटना लेकर हाजिर हूं।
यह घटना मेरे दोस्त रजनीश की बीवी मोनिका और मेरे बीच होली के दिन की है। अब कहानी पर आता हूं।
होली के दिन सुबह से ही दोस्तों के साथ पार्टी का प्रोग्राम शुरु हो गया था मेरा। (gandu dost ki biwi chudgai)
मैंने थोड़ी ज्यादा ही पी ली थी। मैं पार्टी से बाहर आ गया। फिर मुझे याद आया रजनीश के साथ भी होली खेलने जाना था। मैं थोड़ा सा फ्रेश हुआ ओर रजनीश के घर चला गया।
रजनीश ने मुझे आते देख रंग लगा दिया। मैंने भी रजनीश को रंग लगाया।
फिर रजनीश ने अपने ही गिलास में मुझे एक मोटा पैग पिला दिया।
मैं पैग पीते ही हिल सा गया। रजनीश ने भी काफी पी रखी थी। (gandu dost ki biwi chudgai)
मैं फिर रजनीश के साथ बैठ गया। रजनीश ने अपनी बीवी मोनिका को आवाज़ देकर बाहर बुलाया।
मोनिका बाहर आ गई। मोनिका को आज तक मैंने कभी गलत नज़र से नहीं देखा था, पर आज मैंने मोनिका को टी-शर्ट और पजामे में देखा। मोनिका ने शायद आज ब्रा नहीं पहनी थी, तो उसके बूब्स थोड़े लटक रहे थे।
रजनीश ने मोनिका को एक गिलास लाने को बोला मेरे लिए, और मोनिका अंदर चली गई।(gandu dost ki biwi chudgai)
रजनीश ने मोनिका के आने से पहले एक और पैग लगा लिया। मोनिका जब गिलास लेकर बाहर आई, तो मेरी नजर मोनिका पर ही टिक गई।
मोनिका जैसे ही गिलास रखने को झुकी, तो टी-शर्ट के अंदर से मोनिका के रंग से लाल हुए बूब्स साफ नज़र आने लगे। शायद रजनीश ने मोनिका के बूब्स पर भी रंग लगाया था।(gandu dost ki biwi chudgai)
मोनिका अंदर जाने लगी तो मैंने मोनिका को रोक लिया, और हाथ में रंग लगा कर मोनिका के मुंह पर रंग लगाने लगा।
मैं भी नशे में था, तो गलती से लाल रंग लेकर मोनिका की मांग भर दी। मोनिका मुझे घूरते हुऐ अंदर चली गई। मैं चुप-चाप रजनीश के पास बैठ गया, और एक पैग नीट ही पी गया।
मुझे अपनी गलती पर पछतावा हो रहा था, तो मैंने एक और पैग पी लिया। रजनीश कुर्सी पर ही लेट गया था, तो मैंने उसको उठा कर एक और जबरदस्ती पैग पिला दिया। रजनीश पूरा टल्ली हो गया।
अब मेरी आंखों के सामने मोनिका के बूब्स नज़र आने लगे। मेरा लंड खड़ा हो गया।(gandu dost ki biwi chudgai)
मैं मोनिका को याद करने लगा। तभी अचानक से मोनिका बाहर आ गई और रजनीश को उठाने लगी।
पर रजनीश तो पूरा टुन्न हुआ पड़ा था। मोनिका उसको उठाने की कोशिश करती रही, पर रजनीश नहीं उठा। तो मोनिका मुझे बोली-
मोनिका: आप मेरे साथ रजनीश को अंदर ले जाने की मदद करोगे?(gandu dost ki biwi chudgai)
मैंने हां कर दी। फिर मैं भी हिलते हुऐ उठा। जहां मोनिका खड़ी थी, उसके पास चला गया। अब हम दोनों रजनीश को उठाने लगे। रजनीश को जैसे ही हमने खड़ा किया, तो रजनीश गिरने लगा।
तो मोनिका ने रजनीश की कमर में हाथ डालने लगी, पर मोनिका का हाथ मेरे खड़े लंड पर चला गया। मेरी हल्की सी सिसकारी निकल गई।
मोनिका ने हाथ लंड से हटा कर रजनीश की कमर में डाल दिया। हम दोनों रजनीश को अंदर ले गए। फिर रजनीश को बैड पर लिटा दिया, और रजनीश सोया रहा। मैं मोनिका को बोला-(gandu dost ki biwi chudgai)
मैं: मुझे उस गलती के लिए माफ कर देना।
मोनिका कुछ नहीं बोली। मैं फिर बाहर जाने लगा तो मेरे पैर डगमगा गए। मैं गिरने लगा, पर तभी मुझे मोनिका ने अपनी बाहों का सहारा देकर गिरने से बचा लिया।(gandu dost ki biwi chudgai)
मोनिका का मुंह मेरे मुंह के पास आ गया। मैं मोनिका की आंखो को देखने लगा और फिर अचानक से मेरे हाथ मोनिका के गले में चले गए। मैंने मोनिका को अपनी तरफ खींच लिया, और मोनिका के होंठों पर अपने होंठ लगा दिये।
यह सब बहुत जल्दी में हुआ और मोनिका को जैसे झटका सा लग गया।
मोनिका मुझे छोड़ कर बाथरूम की तरफ चली गई। मैं भी उठा और बाथरूम की तरफ चला गया। मैं बाथरूम खोल कर अंदर चला गया और अंदर से दरवाजा बंद कर दिया।
अब मैंने मोनिका को पकड़ लिया और फिर से मोनिका को किस करने की कोशिश करने लगा। पर मोनिका मुझे धक्का देकर दूर कर देती।(gandu dost ki biwi chudgai)
मुझे गुस्सा सा आ गया तो मैंने बाथरूम का शावर चला दिया। अब मोनिका और मैं शावर के नीचे आ गए। मोनिका का बदन भीगने लगा। मेरे मुंह से भी रंग निकल गया।
मैंने मोनिका को फिर पकड़ा और चेहरे पर किस करने लगा। कुछ देर तक मोनिका मुझे हटाती रही। फिर शांत हो गई। मैं मोनिका के रसीले होंठों पर टूट पड़ा।
मोनिका अब शांत थी और मेरा साथ देने लगी। कुछ देर बाद मोनिका बोली-
मोनिका: अब बस करो, रजनीश को पता चल जाएगा।(gandu dost ki biwi chudgai)
मैं समझ गया कि मोनिका किस ओर इशारा कर रही थी। अब मैंने मोनिका की टी-शर्ट निकाल दी। मोनिका ने ढीली सी ब्रा पहन रखी थी, जो मेरे हाथ से खींचने पर अपने आप ही निकल गई।
मोनिका के बूब्स 34″ के मेरे सामने आ गए। उन पर रंग लगा हुआ था, तो मैंने एक बूब से रंग हटाया और फिर अपना मुंह मोनिका के बूब्स पर लगा दिया और चूसने लगा।
मैंने एक हाथ से मोनिका का पजामा नीचे कर दिया। फिर मोनिका की पेंटी के अंदर हाथ डाल कर चूत को सहलाने लगा।
मोनिका गर्म हो गई थी, तो मोनिका ने मुझे पीछे किया और मेरी पेंट को खोलने लगी। मोनिका ने बहुत ही जल्दी से मेरी पेंट और अंडरवियर को उतार दिया। फिर मोनिका मेरे लंड पर टूट पड़ी।(gandu dost ki biwi chudgai)
सच में दोस्तों मोनिका एक पोर्न स्टार की तरह मेरा लंड चूस रही थी। मुझे बहुत मजा आ रहा था, मैं भी अब पूरा नंगा हो गया।
अब मेरे से रहा नहीं जा रहा था, तो मैंने मोनिका को उठा लिया। फिर हम दोनों नंगे ही बाहर आ गए और दूसरे कमरे में जा कर मोनिका को बैड पर डाल दिया।
मैं मोनिका की चूत के पास आ गया, और चूत पर मुंह लगा कर चाटने लगा। मोनिका गांड उठा कर चूत मेरे मुंह में लगा रही थी। कुछ देर बाद मोनिका की चूत ने पानी छोड़ दिया, जो मैं चाट कर पी गया।(gandu dost ki biwi chudgai)
अब मैं मोनिका के उपर आ गया और अपना लंड मोनिका की चूत पर रगड़ने लगा।
फिर मोनिका को किस करते हुए एक झटका मारा, और मेरा आधा लंड मोनिका की चूत चीरता हुआ अंदर चला गया। मोनिका तड़प उठी। मैं कुछ देर रुका तो मोनिका मुझे बोली-
मोनिका: धीरे डालो, आपका बहुत बड़ा है, रजनीश के लंड से भी बड़ा।
अब मैंने धीरे-धीरे लंड को मोनिका की चूत में उतार दिया और मोनिका की टांगो को अपने कन्धों पर रख कर मोनिका की चुदाई शुरु कर दी। मोनिका गांड उठा कर लंड लेने लगी। (gandu dost ki biwi chudgai)
काफी देर तक मोनिका की मैंने ऐसे ही चुदाई की। फिर मैं मोनिका को कुतिया बना कर लंड मोनिका की चूत में डाल कर चोदने लगा।
मोनिका की गांड का छेद मुझे साफ दिखाई दे रहा था। मैं अपनी एक ऊंगली से गांड के छेद को सहलाने लगा। फिर मैंने ऊंगली को थूक से गीला किया, और गांड के छेद में डालने लगा।
पर ऊंगली के अंदर जाते ही मोनिका तड़प उठी, और उंगली बाहर निकालने को बोलने लगी। पर मैंने मोनिका की एक ना सुनी।
मैं मोनिका की चूत चोदते हुए गांड में ऊंगली भी करता रहा। (gandu dost ki biwi chudgai)
कुछ देर बाद मेरे लंड ने अपना पानी मोनिका की चूत में ही निकाल दिया। मेरा लंड शांत हो कर बाहर आ गया। फिर मैं मोनिका के साथ ही सो गया।
मोनिका मुझे बोलने लगी: आपके साथ तो मजा आ गया। रजनीश तो बहुत कम समय तक करता है मेरे साथ।
मैंने मोनिका को चूमते हुए बोला: अब से मैं हूं मेरी जान तेरी प्यास बुझाने वाला।
फिर हम दोनों हंसने लगे।(gandu dost ki biwi chudgai)
अगर आप ऐसी और कहानियाँ पढ़ना चाहते हैं तो आप “brazzersstories.com” की कहानियां पढ़ सकते है|